भीतरगांव क्षेत्र में मंगलवार दोपहर एक भूसा मशीन से निकली चिंगारी ने विकराल आग का रूप ले लिया, जिससे करीब 20 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। यह घटना बैजूपुर और चिरला गांव के बीच उस समय हुई जब हार्वेस्टर से कटाई के बाद भूसा बनाने का काम चल रहा था। चिंगारी ने तेज हवाओं के साथ मिलकर आधे घंटे के भीतर खेतों में आग फैला दी।
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने भी मिलकर आग बुझाने में पूरा जोर लगाया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक लाखों की फसल जल चुकी थी।
सूचना मिलते ही राजस्व विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और नुकसान का आकलन शुरू किया। बताया गया कि बैजूपुर, चिरला और पुख़्वापुर गांवों के बीच कई किसानों की फसलें इस आग की चपेट में आ गईं। किसानों ने आग की लपटें देख तुरंत प्रयास शुरू किया और फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी, लेकिन तेज हवाओं के चलते आग तेजी से फैलती गई।
इस हादसे में किसानों को भारी नुकसान हुआ है और प्रशासन द्वारा मुआवज़े की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।